2025-12-25T12:00:00 हनुमान जयंती हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है जिसे भगवान हनुमान के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व हिन्दू चैत्र मास की पूर्णिमा (मार्च-अप्रैल) को मनाया जाता है। कुछ क्षेत्रों में इसे वैशाख माह में भी मनाया जाता है।हनुमान जयंती के मुख्य आयोजन:हनुमान मंदिरों में विशेष पूजा और अभिषेकसिंदूर चढ़ाना (हनुमान जी को सिंदूर अत्यंत प्रिय है)हनुमान चालीसा का पाठसुंदरकांड का पाठ और कथा श्रवणव्रत और उपवास रखनातेल और घी के दीपक जलानाभजन-कीर्तन और ध्यानप्रसाद वितरण (विशेषकर बूंदी के लड्डू)इस दिन भक्त प्रातः काल उठकर स्नान करके शुद्ध वस्त्र धारण करते हैं और हनुमान मंदिर जाकर पूजा-अर्चना करते हैं। हनुमान जी को केसरिया (नारंगी) रंग अत्यंत प्रिय है, इसलिए इस दिन भक्त केसरिया वस्त्र पहनते हैं और मंदिरों को भी इसी रंग से सजाया जाता है।हनुमान जी को शक्ति, भक्ति, बुद्धि, विद्या और साहस का प्रतीक माना जाता है। भक्त इस दिन हनुमान जी से इन्हीं गुणों की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करते हैं। माना जाता है कि हनुमान जयंती के दिन की गई प्रार्थना और पूजा से सभी कष्टों का निवारण होता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।कई स्थानों पर इस दिन विशेष शोभायात्राएँ निकाली जाती हैं जिसमें हनुमान जी की प्रतिमा या झांकी को सजाकर नगर भ्रमण कराया जाता है। भक्त जय हनुमान, जय बजरंगबली के जयकारे लगाते हैं।