"पशुपतिनाथ का अर्थ है 'पशुओं के स्वामी'। हिंदू धर्म में, भगवान शिव को सभी जीवों के संरक्षक और स्वामी के रूप में पूजा जाता है। इस मंदिर की सबसे विशिष्ट विशेषता इसकी अष्टमुखी (आठ मुख वाली) शिवलिंग है, जो हिंदू धर्म में अत्यंत दुर्लभ और अद्वितीय मानी जाती है।इस अष्टमुखी शिवलिंग के आठ मुख चारों मुख्य दिशाओं (पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण) की ओर उन्मुख हैं। प्रत्येक मुख भगवान शिव के विभिन्न रूपों और गुणों का प्रतिनिधित्व करता है:पूर्व दिशा का मुख: तत्पुरुष रूप - ज्ञान और बुद्धिपश्चिम दिशा का मुख: सद्योजात रूप - सृजन और निर्माणउत्तर दिशा का मुख: वामदेव रूप - प्रेम और सौंदर्यदक्षिण दिशा का मुख: अघोर रूप - शक्ति और विनाशपशुपतिनाथ के दर्शन मात्र से ही मनुष्य के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। यह मंदिर भक्तों को चार दिशाओं से आशीर्वाद और संरक्षण प्रदान करता है, जो जीवन के सभी पहलुओं में सफलता और शांति देता है"।